
शहर के दक्षिणी-पूर्वी छोर पर 1700 एकड़ क्षेत्र में फैला रामगढ़ ताल गोरखपुर को प्रकृति की अनुपम भेंट है। इस ताल का केवल गोरखपुर के स्तर पर ही नहीं बल्कि राष्ट्रीय स्तर पर ऐतिहासिक महत्व है। इतिहासकार डॉ. राजबली पांडेय के मुताबिक ईसा पूर्व छठी शताब्दी में गोरखपुर का नाम रामग्राम था। यहां कोलीय गणराज्य स्थापित था। उन दिनों राप्ती नदी आज के रामगढ़ ताल से ही होकर गुजरती थी। बाद में राप्ती नदी की दिशा बदली तो उसके अवशेष से रामगढ़ ताल अस्तित्व में आ गया। रामग्राम से ही ताल को रामगढ़ नाम मिला।
90 के दशक में जब वीर बहादुर सिंह मुख्यमंत्री बने तो उन्होंने रामगढ़ ताल को पर्यटन केंद्र के रूप में विकसित करने की महत्वाकांक्षी योजना तैयार की, जो 1989 में उनके असामयिक निधन से अधर में लटक गई। योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश का नेतृत्व संभाला तो उन्होंने ताल की कीमत को एक फिर बार समझा और इसे लेकर नई योजनाएं बनाईं और लंबित योजनाओं को पूरा करने का संकल्प लिया। कल तक उपेक्षा का शिकार रामगढ़ ताल आज पूर्वांचल का मरीन ड्राइव बन चुका है। इसकी छटा देखने के लिए दूर-दूर से लोग आते हैं। शाम ढलते ही ताल के किनारे जुटने वाली भीड़ इसकी बढ़ रही लोकप्रियता की तस्दीक है। फिलहाल ताल को सुरक्षित और संरक्षित रखने की जिम्मेदारी प्रदेश सरकार के अलावा एनजीटी (नेशनल ग्रीन ट्रिब्युनल) ने भी संभाल रखी है। एनजीटी की सक्रियता के चलते ही ताल के 500 मीटर के दायरे में निर्माण कार्य पर रोक लगा दी गई है।
रामगढ़ताल में रात 11 बजे तक बोटिंग की जा सकती है। रात में बोटिंग का समय बढ़ाने के साथ ही गोरखपुर विकास प्राधिकरण (जीडीए) ने सभी बोट संचालकों को सुरक्षा मानकों का भी पूरा ध्यान रखने का निर्देश दिया है। गोरखपुर एवं आसपास के जिलों से रोजाना बड़ी संख्या में पर्यटक, रामगढ़ताल क्षेत्र में भ्रमण के लिए आते हैं। बीते वर्षों में यह पूर्वांचल में बड़ा पिकनिक स्पॉट हो गया है। गोरखपुर विकास प्राधिकरण (जीडीए) की ओर से आर्नामेंटल लाइट के बीच स्पीकर भी लगाए गए हैं। यहां सुबह-शाम भजन बजते हैं और दिन के समय संगीत की धुन सुनाई देती है। रामगढ़ ताल के किनारे कई सेल्फी प्वाइंट बन गए हैं उसी में से एक है "I LOVE GORAKHPUR" ताल में 25 इलेक्ट्रिकल फव्वारे लगाये गये हैं, जो ताल की खुबसूरती तो बढ़ाते हैं। नौकायान पर लोग बोटिंग का मजा लेते हैं, साथ ही यहां सुबह के वक्त शहर के लोग योगा तक करते हैं।